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RBI की नई गाइडलाइन: 100 रुपये का नोट होगा बंद जानिए सच्चाई - Click Here |
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने हाल ही में एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके अनुसार 100 रुपये के नोट को बंद किया जाएगा। यह नई गाइडलाइन सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है और लोगों के बीच इस पर कई चर्चाएं हो रही हैं। इस गाइडलाइन के अनुसार, 31 मार्च 2024 तक लोगों को अपने पुराने 100 रुपये के नोटों को बदलना होगा। इसके बाद, इन पुराने नोटों की कानूनी वैधता समाप्त हो जाएगी और लोग उन्हें बैंकों या अन्य आधिकारिक स्थानों पर नहीं जमा करा सकेंगे।*सोशल मीडिया पर फेमस दावे की सच्चाई*
इस नई गाइडलाइन के बारे में सोशल मीडिया पर कई दावे हो रहे हैं। एक ऐसा दावा है कि 100 रुपये के पुराने नोट बहुत जल्दी बंद होने वाले हैं और लोगों को इन्हें बदलने की आवश्यकता होगी। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म "X" पर यूजर @nawababrar131 ने 20 दिसंबर, 2023 को एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने इस बारे में जानकारी दी। इस पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि लोगों को अपने पुराने 100 रुपये के नोटों को जल्दी ही बदलना होगा। उन्होंने एक फोटो भी शामिल की थी, जिसमें यह स्पष्ट दिखाया गया था कि नोटों की बंदी आने वाली है। लेकिन यह दावा बिल्कुल गलत है, क्योंकि सरकार और RBI द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।
*सोशल मीडिया हैंडल पर भी कहीं ये बात*
सोशल मीडिया पर अन्य हैंडल्स पर भी इस बारे में दावे हो रहे हैं, लेकिन किसी भी सोशल मीडिया हैंडल से इस बारे में सही जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। यहां तक कि RBI के आधिकारिक अकाउंट पर भी ऐसी कोई जानकारी नहीं है। 19 जुलाई 2018 को, RBI के अकाउंट पर एक पोस्ट किया गया था, जिसमें नए 100 रुपये के नोट की फोटो शामिल थी और स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि पुराने नोट भी चलेंगे। इससे स्पष्ट होता है कि कोई नई बंदी की घोषणा नहीं हुई है और पुराने नोट अभी भी चलेंगे।
**सच्चाई की खोज**
इस दावे की सच्चाई की खोज में, हमने गूगल और अन्य स्रोतों पर भी जांच की। हमने देखा कि कोई भी ऐसी खबर किसी भी प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध नहीं है, जो इस दावे को समर्थन करती हो। यही नहीं, RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर भी कोई ऐसी घोषणा नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि यह दावा गलत और अफवाहात्मक है।
**निष्कर्ष**
अंत में, यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे की सच्चाई जांची गई और उन्हें खंडन किया गया है। RBI द्वारा कोई ऐसी घोषणा नहीं की गई है और ना ही किसी अन्य सरकारी स्रोत ने इसे समर्थन किया है। इसलिए, लोगों को सावधान रहना चाहिए और सत्य की खोज में हमेशा सक्रिय रहना चाहिए। अब, व्यक्तिगत धारणाओं के आधार पर कार्रवाई करने से पहले, आपको सच्चाई की खोज में विश्वास करना चाहिए।